राजकुमारी अमृत कौर

जब सेवा-भाव अपने अंतिम चरण पर पहुंच जाता है तो, मनुष्य अपनी सभी सुख-सुविधाओं को लूटा कर भी दूसरे की सेवा में अपने आप को लगा देता है. उसके द्वारा किया गया सेवा-भाव ही उसकी सबसे बड़ी पूंजी होती है. राजकुमारी अमृत कौर ने भी एम्स (AIIMS) की नींव कुछ इसी प्रकार की सेवा भाव को ध्यान में रखते हुए रखी थी. उनका कहना था कि "मैं चाहता हूं कि यह कुछ अद्भुत हो, जिस पर भारत गर्व कर सके, और मैं चाहता हूं कि भारत को इस पर गर्व हो,"


#rajkumariamritkaur #AIIMS #wonderfullife #proudtobeindians #SelflessService #FirstHealthMinister #HealthMinister #grateful  #greatindian

Comments

Popular posts from this blog

तुलसीदास का पत्नी मोह

बुद्ध का पुत्र राहुल त्याग का प्रतिक ||

जब गुरु नानक ने मक्का मदीना में किया चमत्कार